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Showing posts from May, 2018

Couplet 4

  ----------------------------- धुप और गर्मी है बहुत लोग है कहते पर न जाने क्यों इनके दिल नहीं पिघलते ---------------------------------   एक दिन मेरे हाल पे एक शख्स फूट फूट के रोया खूब चाहा रोकना उसे, पर आईने के उस तरफ उसे खोया ---------------------------------   खरीदना चाहो तो सच्चाई का भी दाम होता है यहाँ तो जनाज़े में कंधा भी किराए पर मिलता है   ----------------------------------

Couplet 3

--------------------- ज़िंदगी की अजब सी उलझन सुलझा रहा हूँ या तो ख्वाहिशें दफन करु या चादर ओढ़ लू ---------------------- गर दिया जलाता हूँ तो अंधेरेको नाराज़ करता हूँ ये वक़्त ही ऐसा है के हकीकत पर भी शक करता हूँ

Couplet 2

-------------------- ग़ैरोंके पैरोंसे भी दौड़ में जीत जाते है लोग यहाँ तो उधार के पैरों से भी कद बढ़ा लेते हैं लोग ----------------------- अक्सर दूसरोंकी कमिया निकालते हैं लोग क्या कभी आईना भी देखते हैं लोग? ---------------------- कामयाबी को अक्सर सुकून मानकर चलते है लोग सुकून में कामयाबी ढूँढ़नेवालोंको नाकाम कहते है लोग ------------------------ ना जाने कैसे मुझे इतनी जल्दी पढ़ लेते हैं लोग जो मैंने लिखा ही नहीं वो भी जानते है लोग

Couplet 1

ख़्वाहिशों के बोझ लिए इतना दब गया हूँ जितना जिया भी नहीं मैं उतना थक गया हूँ ------------------- सब तो कामयाबी को सुकून मानकर चलते गए   और हम सुकून को कामयाबी समझते रह गए

Mere Liye kya Ho Tum

कैसे कहुँ मेरे लिए क्या हो तूम मेरे लिए तो सबा हो तुम   छाओ भी तूम … धूप भी तुम मेरी तमन्नाओँका तो रूप भी तूम   रास्ता भी तूम मंज़िल भी तूम इस भटकती कश्ती का साहिल भी तूम   मेरे दिल में बसा खयाल हो तूम मैं महसूस करु वो खयाल हो तूम   दिल में बसी चाहत हो तूम इंतज़ार का राहत हो तूम   सुबह की किरण हो तूम रात की खुशबू हो तूम   प्यासे इस रूह को झील हो तूम रंग दे ख़यालोंको मेरे वो हीना हो तूम   परेशाँ दिल को दिलासा हो तूम   मैं सजदा करू वो दुआ हो तूम   Sabaa = gentle breeze Sahil = sea shore