Just random poetry - 5 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps December 17, 2022 ख़्वाहिशोंके दश्त से अब दूर तो हुआ हूँ मैं पर अपनी ही हसरतों से बेजार हुआ हूँ मैं एहसान तुम्हारा, तुम्हे ख़याल भी आया, पर तेरे एहसासों के दरिया में, अब भी प्यासा हूँ मैं ----- x ---- Read more